रुद्रप्रयाग। (Char Dham Yatra 2020) भगवान आशुतोष के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम के कपाट यमद्वितीय पर बर्फबारी के बीच सुबह 8.30 बजे विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक व राज्यमंत्री धन सिंह रावत मौजूद थे।
लगातार हो रही बर्फबारी के कारण मंदिर के द्वार बंद करने और डोली प्रस्थान में देरी हुई। बाबा केदार की पंचमुखी भोगमूर्ति चल विग्रह डोली में विराजमान होकर शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए प्रस्थान कर गई। इसका पहला पड़ाव रामपुर होगा। 18 नवंबर को बाबा केदार पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में छह माह की पूजा-अर्चना के लिए विराजमान हो जाएंगे।
भैयादूज के पावन पर्व पर सुबह दो बजे से ही केदारनाथ में विशेष पूजा-अर्चना शुरू हुई। मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग द्वारा बाबा केदार के स्वयंभू ज्योतिर्लिंग को समाधि रूप देकर भष्म से ढक दिया गया।
सुबह 4 बजे भोगमूर्ति को चल उत्सव विग्रह डोली में विराजमान करते हुए भक्तों के दर्शनार्थ मंदिर परिसर में रखा गया। अन्य धार्मिक औपचारिकताओं को पूरा करते हुए मंदिर के गर्भगृह के कपाट बंद किए गए।