Yatra Partner Desk: प्रकाश का पर्व दिवाली दुनियाभर में एक साथ 4 नवंबर को मनाई जाएगी। यह पर्व हर साल कार्तिक महीने में अमावस्या के दिन मनाई जाती है। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की पूजा अर्चना की जाती है। साथ ही आतिशबाजी कर उत्सव मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना करने से संकटों से मुक्ति मिलती है। सनातन धार्मिक ग्रंथों की मानें तो मर्यादा पुरषोत्तम राम 14 वर्षों का वनवास के बाद अयोध्या लौटे, तो अयोध्यावासियों ने दीप जलाकर भगवान श्रीराम का स्वागत किया था। उस समय से दिवाली मनाई जाती है। वर्तमान समय में भी दुनिया के कई देशों में धूमधाम से दिवाली मनाई जाता है। हालांकि, त्योहार मनाने की प्रथा में अंतर है। तो आइए, इसके बारे में जानते हैं-
श्रीलंका
दक्षिण भारत समेत श्रीलंका में भी दिवाली का त्योहार हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन श्रीलंका में सार्वजनिक अवकाश रहता है। दिवाली के मौके पर न केवल आतिशबाजी की जाती है और मिठाईयां बांटी जाती है, बल्कि नृत्य, गायन, नाटक और भोज का आयोजन किया जाता है। इसके लिए लोग एकजुट होकर दिवाली का पर्व मनाते हैं।
मलेशिया
मलेशिया में तमिल हिंदू समुदाय के लोग अपने बदन पर तेल लगाते हैं। इसके बाद पूजा उपासना करते हैं। साथ ही मां लक्ष्मी और भगवान गणेश से सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हैं। यह पर्व मलेशिया में भी धूमधाम से मनाया जाता है।
त्रिनिदाद और टोबैगो
इतिहासकारों की मानें तो त्रिनिदाद और टोबैगो एक ऐसा देश है। जहां, काफी संख्या में सनातन धर्म के अनुयायी रहते हैं। त्रिनिदाद और टोबैगो निवासी धूमधाम से सभी त्योहार मनाते हैं। वहीं, पूजा-उपासना के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इसमें नाटयकला भी प्रस्तुत किया जाता है। जबकि, संध्याकाल में भारतीय व्यंजनों का आनंद उठाया जाता है।
अमेरिका
संयुक्त राज्य अमेरिका में भी दिवाली का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व को अमेरिका में आधिकारिक दर्जा प्राप्त है। इस बारे में जानकारों का कहना है कि काफी संख्या में भारतीय मूल के लोग अमेरिका में रहते हैं। इस दिन लोग अपने घरों में दीप जलाते हैं। वहीं, आतिशबाजी भी की जाती है। साथ ही लोग एक दूसरे को मिठाईयां खिलाकर दिवाली की शुभकामनाएं देते हैं।